हाल ही में बिहार के मुजफ्फरपुर में एक भारतीय वायुसेना का हेलीकॉप्टर बाढ़ राहत सामग्री पहुँचाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह घटना 2 अक्टूबर 2024 को हुई, जब हेलीकॉप्टर बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री गिरा रहा था। हेलीकॉप्टर के ब्लेड में तकनीकी खराबी आने के कारण इसे आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। सौभाग्य से, इस हादसे में किसी की जान नहीं गई, और पायलट सहित सभी जवानों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
घटना का विवरण
बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पिछले कुछ दिनों से वायुसेना द्वारा राहत सामग्री पहुंचाई जा रही थी। हेलीकॉप्टर मुजफ्फरपुर के औराई प्रखंड के एक बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में राहत सामग्री गिराने के बाद दरभंगा वापस लौट रहा था। इसी दौरान हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी आई और ब्लेड टूटने के कारण इसे इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। हेलीकॉप्टर पानी के ऊपर गिरा और यह हादसा बेहद अचानक हुआ, जिससे इलाके में अफरातफरी मच गई।
जवानों की बहादुरी और ग्रामीणों की सहायता
जब हेलीकॉप्टर पानी में गिरा, तो सबसे पहले आसपास के ग्रामीणों ने इस हादसे को देखा और तुरंत दौड़कर वहां पहुंचे। ग्रामीणों ने बिना समय गवाएं पायलट सहित तीनों जवानों को हेलीकॉप्टर से सुरक्षित बाहर निकाला। इस मानवीय मदद ने जवानों की जान बचाई, और उन्हें तत्काल पास के एक सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया। पुलिस को भी इस घटना की सूचना दी गई और सुरक्षा के तहत सभी को मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज ले जाया गया ताकि उनकी मेडिकल जांच की जा सके। सभी जवानों की हालत सुरक्षित बताई गई है(
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राहत सामग्री की लूट
दुर्भाग्य से, जब ग्रामीणों ने जवानों को बचाया, उसके बाद हेलीकॉप्टर में रखी राहत सामग्री को लूटने की घटनाएं सामने आईं। गांव के कुछ लोगों ने हेलीकॉप्टर में रखी सामग्री को लूटना शुरू कर दिया, और इस दौरान राहत सामग्री की बोरियों को हेलीकॉप्टर से निकालकर अपने साथ ले जाने के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। हेलीकॉप्टर के चारों ओर जमा लोगों ने बिना किसी रोक-टोक के राहत सामग्री लूटी, जिससे प्रशासन को स्थिति को नियंत्रित करने में मुश्किलें आईं।
अधिकारीयों का बयान
मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और SSP राकेश कुमार ने इस दुर्घटना के बाद मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री गिराने के लिए भेजा गया था और यह वापसी के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हुआ। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि सभी जवान सुरक्षित हैं और उन्हें मेडिकल जांच के लिए अस्पताल भेजा गया है। वहीं, SSP राकेश कुमार ने बताया कि दुर्घटना की प्रारंभिक जांच में हेलीकॉप्टर के ब्लेड में आई तकनीकी खराबी को इस घटना का मुख्य कारण माना जा रहा है(
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बाढ़ की स्थिति और राहत कार्य
बिहार के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। राज्य के उत्तरी भागों में भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं। इस आपदा के चलते राज्य और केंद्र सरकार द्वारा राहत और बचाव कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है। वायुसेना, सेना, और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें लगातार बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। हेलीकॉप्टर के जरिए दूर-दराज के इलाकों में भोजन, पानी, और दवाओं जैसी आवश्यक सामग्रियां पहुंचाई जा रही हैं, ताकि बाढ़ पीड़ितों को राहत मिल सके।
जांच और सुरक्षा उपाय
घटना के बाद हेलीकॉप्टर दुर्घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं। अधिकारियों ने कहा कि वायुसेना और अन्य संबंधित विभागों की संयुक्त टीम इस बात की जांच कर रही है कि हेलीकॉप्टर में ब्लेड की तकनीकी खराबी कैसे हुई। साथ ही यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएं न हों। इस घटना के बाद सुरक्षा उपायों को और कड़ा किया जाएगा ताकि राहत कार्यों में लगे हेलीकॉप्टर और अन्य साधनों को किसी प्रकार की तकनीकी खराबी का सामना न करना पड़े।
निष्कर्ष
इस दुर्घटना ने एक बार फिर से दिखाया कि आपदाओं के समय में राहत कार्यों में तकनीकी चुनौतियों और संसाधनों की कमी के बावजूद लोगों की मदद करने की कोशिशें जारी रहती हैं। स्थानीय ग्रामीणों की सतर्कता और साहस ने इस हादसे को और गंभीर होने से बचा लिया। वहीं, राहत सामग्री की लूट की घटनाएं इस बात की ओर इशारा करती हैं कि आपदा प्रबंधन के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था भी सुदृढ़ होनी चाहिए। अधिकारियों द्वारा की जा रही जांच और सुरक्षा उपायों की समीक्षा से उम्मीद है कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को टाला जा सकेगा(
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