आज 14 अक्टूबर 2024 को सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है। वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण सोने की दरों में बदलाव देखा जा रहा है। यह कीमतें विशेष रूप से भारतीय सर्राफा बाजार पर आधारित हैं, जो वैश्विक आर्थिक स्थितियों, मुद्रास्फीति, और डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की स्थिति से प्रभावित होती हैं।
आज का सोने का भाव (शहर अनुसार)
भारतीय बाजार में सोने की कीमतें शहरों के अनुसार अलग-अलग होती हैं। 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमतें इस प्रकार हैं:
- दिल्ली:
- 22 कैरेट: ₹70,390 प्रति 10 ग्राम
- 24 कैरेट: ₹76,780 प्रति 10 ग्राम
- मुंबई:
- 22 कैरेट: ₹70,240 प्रति 10 ग्राम
- 24 कैरेट: ₹76,630 प्रति 10 ग्राम
- चेन्नई:
- 22 कैरेट: ₹70,240 प्रति 10 ग्राम
- 24 कैरेट: ₹76,630 प्रति 10 ग्राम
- कोलकाता:
- 22 कैरेट: ₹70,240 प्रति 10 ग्राम
- 24 कैरेट: ₹76,630 प्रति 10 ग्राम
ये दरें 22 कैरेट और 24 कैरेट की शुद्धता के आधार पर तय की जाती हैं। 22 कैरेट सोना 91.6% शुद्ध होता है और इसका उपयोग ज्यादातर आभूषण बनाने में होता है, जबकि 24 कैरेट सोना 99.9% शुद्ध होता है, जो निवेश के लिए अधिक उपयुक्त होता है।
सोने के हॉलमार्क की पहचान
सोना खरीदते समय यह सुनिश्चित करना आवश्यक होता है कि वह हॉलमार्क किया गया है या नहीं। हॉलमार्क से सोने की शुद्धता की पुष्टि होती है। विभिन्न कैरेट की शुद्धता का हॉलमार्क कोड इस प्रकार होता है:
- 24 कैरेट सोने पर 999 अंकित होता है, जो इसे 99.9% शुद्धता वाला बताता है।
- 22 कैरेट सोने पर 916 अंक होता है, जो 91.6% शुद्धता को दर्शाता है।
- 18 कैरेट सोने पर 750 अंक होता है, जो 75% शुद्धता को दर्शाता है
चांदी का भाव
आज चांदी की कीमत ₹88,353 प्रति किलोग्राम है। चांदी की कीमतें भी सोने की तरह वैश्विक बाजार और निवेशकों की मांग पर निर्भर करती हैं। आज के बाजार में चांदी में थोड़ी गिरावट देखी गई है, लेकिन यह भी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये की स्थिति पर निर्भर करती है
सोने की कीमतें कैसे निर्धारित होती हैं?
सोने की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण वैश्विक आर्थिक स्थिति और डॉलर की विनिमय दर है। जब वैश्विक बाजार में अनिश्चितता होती है, जैसे कि मुद्रास्फीति या अंतरराष्ट्रीय संकट, निवेशक सोने की ओर रुख करते हैं, जिससे इसकी मांग बढ़ती है और कीमतें ऊपर जाती हैं। दूसरी ओर, जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें घट सकती हैं क्योंकि सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर में मूल्यांकित होता है
भारतीय बाजार में, सोने की कीमतें कुछ अन्य कारकों से भी प्रभावित होती हैं:
- सरकारी नीति: भारत सरकार द्वारा लागू किए गए आयात शुल्क और जीएसटी का सीधा प्रभाव सोने की कीमतों पर पड़ता है। यदि आयात शुल्क बढ़ता है, तो सोने की कीमतें भी बढ़ जाती हैं।
- मौसमी मांग: भारत में शादी और त्योहारी सीजन के दौरान सोने की मांग अधिक होती है, जिससे स्थानीय बाजार में इसकी कीमतें ऊपर जा सकती हैं।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार: वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें भी भारतीय बाजार पर प्रभाव डालती हैं। उदाहरण के लिए, न्यूयॉर्क और लंदन के बाजार में सोने की दरों में बदलाव भारतीय दरों को प्रभावित करता है।
सोने में निवेश क्यों?
सोना एक सुरक्षित निवेश के रूप में जाना जाता है, विशेष रूप से आर्थिक अनिश्चितता के समय। निवेशक इसे मुद्रास्फीति और मुद्रा मूल्यह्रास के खिलाफ एक हेज के रूप में देखते हैं। इसके अलावा, सोने का मूल्य आमतौर पर लंबे समय में बढ़ता है, जिससे यह एक आकर्षक निवेश विकल्प बन जाता है। भारत में सोने की सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता भी इसकी मांग को बनाए रखती है, विशेष रूप से आभूषणों के रूप में
निष्कर्ष
आज की सोने की कीमतों में हल्की गिरावट देखी गई है, लेकिन यह वैश्विक आर्थिक स्थिति पर निर्भर करती है। निवेशकों और खरीदारों को सलाह दी जाती है कि वे सोने की खरीदारी करते समय हॉलमार्क की जांच अवश्य करें और बाजार के उतार-चढ़ाव पर ध्यान दें।
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