धनतेरस 2024: कैसे करें लक्ष्मी माता की कृपा पाने की तैयारियाँ?
धनतेरस का पर्व दीपावली उत्सव का प्रथम दिन है, जो मां लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि, और कुबेर देव की पूजा का प्रतीक है। इसे धातु खरीदने के लिए शुभ माना जाता है, और इसे समृद्धि व अच्छे स्वास्थ्य का संकेत माना जाता है। इस अवसर पर माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए कुछ विशेष तैयारियाँ और पूजा विधियां अपनाई जा सकती हैं। आइए, जानें कि कैसे इस धनतेरस पर लक्ष्मी माता की कृपा पाई जा सकती है।
1. घर की साफ-सफाई और सजावट
धनतेरस से पहले घर को अच्छी तरह साफ और व्यवस्थित करना बहुत महत्वपूर्ण है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, स्वच्छता माँ लक्ष्मी का स्वागत करने का प्रतीक है, और यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा लाने में सहायक है। दरवाजे पर रंगोली बनाना, तोरण सजाना, और दीप जलाना लक्ष्मी के आगमन का स्वागत माना जाता है।
2. शुभ मुहूर्त में पूजा का आयोजन
धनतेरस पूजा का समय शाम के “प्रदोष काल” में होता है। इस वर्ष, प्रदोष काल का शुभ मुहूर्त शाम 7:00 बजे से रात 8:49 बजे तक है
। इस दौरान लक्ष्मी माता, कुबेर और धन्वंतरि भगवान की मूर्तियों की स्थापना करके पूजा करना शुभ माना जाता है।
3. धनतेरस पर क्या खरीदें?
धनतेरस के दिन धातु, विशेषकर सोना और चांदी, खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि यह समृद्धि और वैभव का प्रतीक होता है। इस दिन बर्तन और झाड़ू भी खरीदना शुभ होता है, क्योंकि इन्हें सकारात्मकता और संपन्नता का प्रतीक माना गया है।
4. दीप जलाना और मंत्रों का उच्चारण
धनतेरस के दिन घर के प्रत्येक हिस्से में दीप जलाने की परंपरा है, जिससे घर में रौशनी और सकारात्मकता का संचार होता है। इसके साथ ही, माँ लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए विशेष मंत्रों का जाप किया जा सकता है, जैसे – “ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्म्यै नमः” का जाप लाभकारी माना गया है।
5. लक्ष्मी पूजन और धन कुबेर यंत्र की स्थापना
धनतेरस पर लक्ष्मी पूजन के साथ-साथ धन कुबेर यंत्र की स्थापना करना भी शुभ होता है। यह यंत्र घर में सुख-समृद्धि और वित्तीय स्थिरता लाने का प्रतीक है। पूजा के समय यंत्र पर हल्दी और कुमकुम से तिलक लगाकर लक्ष्मी माता का ध्यान करें।
6. मिष्ठान्न और प्रसाद का वितरण
लक्ष्मी पूजन के बाद घर में मिठाई और फलों का भोग लगाना और प्रसाद वितरित करना महत्वपूर्ण माना गया है। इसमें विशेष रूप से माखन मिश्री, खीर, और पान का भोग अर्पित किया जा सकता है। यह घर में खुशी और सौहार्द्र बढ़ाता है और लक्ष्मी जी की कृपा पाने में सहायक होता है।
7. धनतेरस की रात्रि को विशेष रूप से दीप जलाएँ
धनतेरस की रात्रि को यम दीपदान की परंपरा का पालन किया जाता है। इस दिन शाम को घर के मुख्य द्वार पर एक दीपक जलाकर दक्षिण दिशा में रखा जाता है। यह यमराज को समर्पित होता है और परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य की रक्षा का प्रतीक माना जाता है।
8. भविष्य की योजनाओं के लिए लक्ष्मी जी से प्रार्थना करें
धनतेरस का दिन अपने भविष्य के लक्ष्यों और योजनाओं के बारे में सकारात्मक विचार करने का समय है। इस दिन माता लक्ष्मी से जीवन में वित्तीय स्थिरता और अच्छे स्वास्थ्य की प्रार्थना करें।
निष्कर्ष
धनतेरस का पर्व न केवल पूजा और उपहारों तक सीमित है, बल्कि यह हमारे जीवन में शुभता, समृद्धि, और स्वास्थ्य लाने का प्रतीक भी है। लक्ष्मी माता की कृपा पाने के लिए घर की साफ-सफाई, शुभ मुहूर्त में पूजा, धातुओं की खरीद, और दीप जलाना जैसी परंपराओं का पालन करना आवश्यक है।